प्रयागराज संगम की रेती पर आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अग्निशमन विभाग ने व्यापक तैयारी शुरू कर दी है. ‘हमारा कर्तव्य’ और ‘जीरो फायर’ थीम पर फोकस करते हुए, कुंभ में आग की घटनाओं को रोकने के लिए अत्याधुनिक उपकरण और तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है.
दरअसल, जनवरी 2025 में होने वाले महाकुंभ में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है. इसको लेकर अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों को आग से निपटने के लिए उपकरणों के साथ तैनात किया गया है. अग्निशमन विभाग की तैयारियों को लेकर अग्निशमन विभाग के एडीजी पदजम चौहान प्रयागराज कुंभ पहुंचे. प्रयागराज पहुंचे एडीजी के सामने कुंभ में इस्तेमाल होने वाले अग्निशमन के सामानों की मॉक ड्रिल की गई. इतना ही नहीं अग्निशमन विभाग के एडीजी ने कुंभ में चल रहे अपने विभाग के कामों के बारे में भी बताया.
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संगम की रेती पर लगने वाले कुंभ मेला 2025 को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार और भारत के पीएम ध्यान दे रहे हैं. और इस बार कुंभ का आयोजन कई नई सुविधाओं के साथ किया जा रहा है. इस कुंभ को लेकर सबसे बड़ी जिम्मेदारी अग्निशमन विभाग की है. पूजा में इस्तेमाल होने वाले दीये और अगरबत्ती ये सब अपने साथ लेकर चलते हैं और अगर कोई अनहोनी हो जाए तो आग लग जाती है.
‘श्रद्धालुओं से अपील- आग लगने पर 100 या 1920 पर सूचना दें’
ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए अग्निशमन विभाग ने अभी से जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है. अग्निशमन विभाग ने कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि आग लगने पर 100 या 1920 पर सूचना दें. इतना ही नहीं अग्निशमन विभाग ने महाकुंभ 2025 को लेकर श्रद्धालुओं के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इसके अलावा उत्तर प्रदेश के अग्निशमन विभाग ने महाकुंभ 2025 को सुरक्षित और आग मुक्त बनाने के लिए कमर कस ली है.
मामले में ADG ने कही ये बात
एडीजी पद्मजा चौहान ने बताया कि इस बार कुंभ में हम फायर बोट का इस्तेमाल कर रहे हैं. क्योंकि कुंभ में भीड़ ज्यादा होने की वजह से पुल से गाड़ी ले जाना थोड़ा मुश्किल होगा. अब फायर बोट के जरिए हम जल्दी पहुंच सकेंगे और आग पर काबू भी पा सकेंगे. आग बुझाने के लिए रोबोट का इस्तेमाल करने के अलावा एडब्ल्यूटी 30 फीट से ज्यादा ऊंचाई यानी आसमान में जाकर देखेंगे और आग लगने की जगह पर पानी का छिड़काव कर आग बुझाएंगे.
इस वाहन की खासियत यह है कि इसमें कैमरा लगा है. कैमरे के जरिए आग कहां जल रही है, यह देखा जाएगा और फिर उसी हिसाब से पानी छिड़ककर आग बुझाई जाएगी. इतना ही नहीं संगम की रेती पर चलने वाले वाहन का इस्तेमाल आग बुझाने के लिए भी किया जाएगा. इतना ही नहीं आग बुझाने का काम बाइक के जरिए भी किया जाएगा, इसके लिए कुंभ मेले के लिए कई बाइकें मंगवाई गई हैं.