इजरायल और लेबनान के हिजबुल्लाह के बीच भीषण जंग के हालात बने हुए हैं. दोनों की ओर लगातार हवाई हमले किए जा रहे हैं. रविवार को हिजबुल्लाह ने इजरायल पर ड्रोन से एक साथ 320 हमले किए और 11 मिलिट्री ठिकानों को टारगेट किया. इसके जवाब में इजरायल ने भी लेबनान में 100 से ज्यादा ठिकानों पर एयर स्ट्राइक किया है. देश में 48 घंटे के आपातकालीन हालात का एलान भी कर दिया है. तेल अवीव में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री योआव गैलंट हालात पर नजर रख रहे हैं. नेतन्याहू ने एक इमरजेंसी मीटिंग भी बुलाई.
इस मीटिंग में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, “आज जो हुआ वो कहानी का अंत नहीं है. हिजबुल्लाह ने रॉकेट और ड्रोन से इजराइल पर हमला करने की कोशिश की है. हमने आईडीएफ को खतरे को दूर करने के लिए जरूरी ऑपरेशन चलाने का निर्देश दे दिया है. हमारी सेना ने सैकड़ों रॉकेटों को हवा में ही नष्ट कर दिया है, जो हमारे नागरिकों और सुरक्षा बलों पर हमले के लिए डिज़ाइन किए गए थे.”
नेतन्याहू ने आगे कहा, ”हम हिजबुल्लाह पर विनाशकारी प्रहार कर रहे हैं. तीन सप्ताह पहले, हमने इसके चीफ-ऑफ-स्टाफ़ को खत्म कर दिया था. आज हमने इसकी हमले की योजना को विफल कर दिया. मैं दोहराता हूं कि यह कहानी का अंत नहीं है.” गाजा में संघर्ष के बाद अब इजरायल और लेबनान के हिजबुल्लाह के बीच हालात बहुत बिगड़ चुके हैं. इजरायल को कई मोर्चों पर एक साथ जंग करनी पड़ रही है.
इजरायल के जोरदार हमले के बाद पीछे हटा हिजबुल्लाह
इधर, इजरायल के जोरदार हमले के बाद हिजबुल्लाह ने अपने कदम पीछे खींच लिए हैं. हिजबुल्लाह नेता शेख हसन नसरल्लाह ने टेलीविज़न पर अपने संबोधन में कहा कि उनकी तरफ से फिलहाल इजरायल पर हमला नहीं किया जाएगा. उनका कहना है कि कतर में गाजा में चल रहे जंग के सीजफायर पर बात चल रही है. ऐसे में वो उसे बाधित नहीं करना चाहता, इसलिए अभी इजरायल पर हमले नहीं करेगा.
आईडीएफ प्रवक्ता ने कहा- हम आत्मरक्षा में कर रहे हमला
इजरायली सेना का कहना है कि उसके लड़ाकू विमान लेबनान में हिज़बुल्लाह के ठिकानों पर हमला कर रहे हैं. हिज़बुल्लाह के मिसाइल और रॉकेट दागने की गतिविधियों का पता लगने के बाद ये कदम उठाया गया है. इजरायली डिफ़ेंस फ़ोर्स के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा कि हिज़बुल्लाह के मिसाइलों और रॉकेटों के हमलों को दूर करने के लिए आत्मरक्षा में लेबनान पर हमला किया जा रहा हैं.
इजरायली सेना के प्रवक्ता ने ये भी कहा कि लेबनान में हमला करने से पहले आम लोगों को तुरंत ही हिज़बुल्लाह के इलाकों को छोड़ने की चेतावनी दे दी गई है. डैनियल हगारीने कहा, ”आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह ने इजरायल की ओर रॉकेट अटैक किया है. इन खतरों को दूर करने के लिए एक आत्मरक्षा कार्रवाई में हमारी सेना ने भी लेबनान में आतंकी ठिकानों पर हमला किया है. हमारी तैयारी पूरी है.”
इजरायली हमले का हिजबुल्लाह भी कड़ा जबाव दे रहा है. हिजबुल्लाह ने इजरायल में रॉकेट और ड्रोन की बरसात कर दी है. तीन दिन पहले भी आईडीएफ ने दक्षिणी लेबनान में हिज़बुल्लाह के 10 ठिकानों को निशाना बनाया था. इसमें एक बच्चे समेत 8 लोगों की मौत हो गई, वहीं कई लोग घायल हो गए थे. इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह की ड्रोन और रॉकेट यूनिट के संचालक मो. महमूद नजेम को मार दिया था.
इजरायल-हिजबुल्लाह के बीच तनाव पर अमेरिका की नजर
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच तनाव बढ़ने के बीच व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता सीन सैवेट ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन बारीकी से नजर रखे हुए हैं. बाइडेन पूरी शाम अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ जुड़े रहे. उनके निर्देश पर, वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी अपने इजरायली समकक्षों के साथ लगातार संवाद करते रहे. इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार का अमेरिका समर्थन करता रहेगा.
तेल अवीव में हजारों प्रदर्शनकारियों ने किया जंग का विरोध
इधर, हजारों प्रदर्शनकारियों ने तेल अवीव में मार्च निकाला और इजरायल की सरकार से बंधकों की रिहाई के लिए एक समझौते पर पहुंचने की अपील की है. बंधक बनाए गए लोगों के परिजनों और दोस्तों को डर है कि गाजा में युद्ध लंबा खींचता है तो ज्यादा बंधक मारे जाएंगे. ये प्रदर्शन ऐसे समय में हुआ जब पिछले 10 महीने से गाजा में जारी जंग को खत्म करने के लिए मिस्र की राजधान काहिरा में अंतिम दौर की बातचीत जारी है.
अमेरिका, कतर और मिस्र की मध्यस्थता में चल रही बातचीत में इजरायल के प्रतिनिधि मौजूद हैं, लेकिन हमास इस बातचीत में भाग नहीं ले रहा, हालांकि हमास के प्रतिनिधि काहिरा में मौजूद हैं. तेल अवीव में लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे लोगों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी पूरी सरकार से इस्तीफा भी मांगा. उनका दावा है कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू और उनकी सरकार बंधकों को छुड़ाने और देश को चलाने में पूरी तरह से असमर्थ है.