महाकुंभ मेला हर 12 साल में आयोजित किया जाता है। साल 2025 में 13 जनवरी से इसे मेले की शुरुआत होगी जो 26 फरवरी तक चलेगी। यह मेला सिर्फ एक धर्मिक आयोजन नहीं बल्कि संस्कृति, परंपरा और कला का एक अनूठा संगम है। इस मेले में स्नान के बाद जो काम लोग सबसे ज़्यादा करते हैं वो है खरीदारी। यह जगह खरीदारी प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। ऐसे में चलिए हम आपको बताते हैं आप यहां से किन चीज़ों की शॉपिंग कर सकते हैं?
इन चीज़ों की कर सकते हैं खरीदारी:
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कपड़े और गहनें: अगर आपको कपड़ों की शॉपिंग करनी है तो कुंभ के मेले से खरीदारी कर सकते हैं। यहां से आपको बनारसी साड़ियां, खादी के कपड़े, असली कॉटन के कपड़े बहुत आसानी से मिल जाएंगे। यहां बनारसी साडियों का स्टॉल बहुत ज़्यादा लगता है। ऐसे में पर्यटक बनारसी साड़ी की खरीदारी कर सकते हैं, जो अच्छी गुणवत्ता के साथ बेहतरीन डिजाइनों के लिए प्रसिद्ध हैं। इन वस्त्रों की खरीदारी स्थानीय बाजारों और मेले में लगे विशेष स्टॉलों से की जा सकती है। इसके साथ ही आप सोने और चांदी से बने आभूषण के साथ ऑक्सीडाइज़ जूलरी की भी खरीदारी कर सकते हैं।।
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हाथों से बनी चीज़ें: अगर आपको हाथ से बनी चीज़ों को अपने घर में रखने का शौक है या फिर आप किसी को कुछ यूनिक चीज़ गिफ्ट करना चाहते हैं तो आप यहाँ से हस्तशिल्प चीज़ों की खरीदारी कर सकते हैं। स्थानीय कारीगरों द्वारा निर्मित हस्तशिल्प महाकुंभ मेले की सबसे बड़ी खासियत हैं। यहां से आपको मिट्टी के दीये, लकड़ी की नक्काशी से बनी हुई चीज़ें और पारंपरिक चित्रकारी आसानी से मिलते हैं।
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हर्बल प्रोडक्ट्स: कई लोग मेला में जाकर ऐसे हर्बल प्रोडक्ट्स ढूंढते हैं जो असली चीज़ों से बने हों। ऐसे में यह मेला उन लोगों के लिए भी खास है जो लोग हमेशा प्राकृतिक और हर्बल प्रोडक्ट्स की तलाश में रहते हैं। यहां आपको आयुर्वेदिक जड़ी–बूटियां, देसी मसाले, हर्बल तेल भी आसानी से मिल जायेंगे।
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स्मृतिचिन्ह: आखिरी में महाकुम्भ से जुड़ी यादों को संजोने के लिए आप वहां के स्मृतिचिन्हों की खरीदारी भी कर सकते हैं। छोटे–छोटे गंगाजल पात्र, ताम्रपत्र पर उकेरे गए धार्मिक चित्र और महाकुंभ के प्रतीक चिन्ह यहां से घर ले जाने के लिए एक आदर्श उपहार होते हैं।