काबुल, 27 नवंबर (आईएएनएस)। अफगानिस्तान के कंधार प्रांत में एक रिहैबिलिटेशन सेंटर में उपचार के बाद ड्रग का सेवन करने वाले कम से कम 450 व्यक्ति पूरी तरह से ठीक हो गए हैं। ठीक होने के बाद सभी अपने घरों में वापस लौट गए हैं। आंतरिक मामलों के उप मंत्री कार्यालय की तरफ से बुधवार को जारी एक बयान में इसकी जानकारी दी गई।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, उन लोगों ने तीन महीने के चिकित्सा उपचार और पुनर्वास के साथ-साथ कार की मरम्मत, बिजली के उपकरणों के रखरखाव और प्लंबिंग जैसे क्षेत्रों में पेशेवर और व्यावसायिक प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके बाद नशे की लत से उबरे लोग अपने प्रियजनों से फिर से मिल गए हैं।
इस बीच, आंतरिक मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि नशे की लत से जूझ रहे 40 लोगों को इलाज के लिए बल्ख और हेलमंद प्रांतों में नशा रिहैबिलिटेशन सेंटर में स्थानांतरित कर दिया गया है।
बता दें कि अफगानिस्तान की कार्यवाहक सरकार ने देश को नशीली दवाओं के खतरे और लत से दूर रखने के प्रयास में अफीम की खेती और नशीली दवाओं की तस्करी पर प्रतिबंध लगा दिया है।
इससे पहले 23 नवंबर को आंतरिक मामलों के उप मंत्री के कार्यालय ने एक बयान जारी करके जानकारी दी थी कि अफगान सुरक्षा बलों ने घोर प्रांत में नौ सीक्रेट ड्रग प्रोसेसिंग लैब को नष्ट कर दिया। उन्होंने लैब्स से मिली हजारों किलोग्राम अवैध ड्रग्स को आग के हवाले कर दिया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार बयान में कहा गया कि काउंटर नारकोटिक्स पुलिस की यूनिट्स ने घोर प्रांत की राजधानी फिरोज कोआह शहर के बाहरी इलाके में अलग-अलग अभियान चलाए। इनमें नौ ड्रग प्रोसेसिंग लैब को नष्ट कर दिया गया और 16,600 किलोग्राम अवैध ड्रग्स को बरामद कर उन्हें जला दिया गया।
बयान में इस बारे में विशेष जानकारी नहीं दी गई कि ऑपरेशन में किसी को गिरफ्तार किया गया या नहीं। हालांकि, इसमें कहा गया कि ड्रग्स का इस्तेमाल हेरोइन बनाने में किया जाता था। इसके अलावा, पुलिस ने बल्ख, नंगरहार, पंजशीर और कपिसा प्रांतों में 156 ड्रग यूजर्स को हिरासत में लिया और उन्हें उपचार के लिए रिहैबिलिटेशन सेंटर भेज दिया गया।
–आईएएनएस
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