मुंबई से जुड़े 200 करोड़ के ड्रग कार्टेल मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी नविन गुरुनाथ चिचकार के खिलाफ Enforcement Case Information Report (ECIR) दर्ज कर ली है. चिचकार पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैले ड्रग नेटवर्क का मास्टरमाइंड होने का आरोप है.
30 वर्षीय फिल्म ग्रेजुएट और लंदन से क्रिमिनल साइकोलॉजी में पढ़ाई कर चुके चिचकार पर आरोप है कि उसने बीते दो सालों में करीब 1,128 करोड़ रुपये मूल्य के नशीले पदार्थ भारत में तस्करी कराए. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) पहले से ही इस मामले की जांच कर रहा था और उसने चिचकार से जुड़े 10.07 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की थीं, जिसमें 15 बैंक अकाउंट और महाराष्ट्र स्थित पांच प्रॉपर्टीज शामिल हैं.
ED की जांच में क्या-क्या खुलासे हुए
ED इस सिंडिकेट की बेहिसाब और बेनामी संपत्तियों की तलाश और अटैचमेंट पर फोकस कर रही है. एजेंसी का मानना है कि यह नेटवर्क भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सक्रिय था, जिसमें कोकीन और हाइड्रोपोनिक गांजा (Hydroponic Cannabis) की तस्करी शामिल थी. नविन चिचकार को मई 2025 में मलेशिया से भारत लाया गया था, जबकि उसके छोटे भाई धीरज चिचकार को 15 अगस्त को निर्वासित कर भारत लाया गया. दोनों अभी न्यायिक हिरासत में हैं.
NCB की जांच में सामने आया है कि इस कार्टेल के तार पाकिस्तानी मूल के अमेरिका-स्थित ड्रग ऑपरेटर मोहम्मद अली कुतुबुद्दीन अली से जुड़े हुए हैं. तंजानिया के कसिम नज़ीर हुसैन के जरिए चिचकार की मुलाकात अली से हुई थी. आरोप है कि कोकीन की खेप भारत में पहुंचाई गई और इसकी कमाई थाईलैंड में स्थित क्रिप्टोकरेंसी नेटवर्क के जरिए घुमाई गई.
नेपाल बॉर्डर के रास्ते फरार होकर की UAE, UK और थाईलैंड की यात्रा
जांच एजेंसियों का कहना है कि चिचकार ने भारत से 2021 में नेपाल बॉर्डर के रास्ते फरार होकर UAE, UK और थाईलैंड की यात्रा की थी. मलेशिया में गिरफ्तारी से पहले उसने वेनुआटू (Vanuatu) का पासपोर्ट भी हासिल कर लिया था. थाईलैंड के फुकेत में 2 करोड़ रुपये के लीज पर एक लग्जरी प्रॉपर्टी समेत अमेरिका, UAE और कैरिबियन देशों में भी निवेश किया था.
वह “Raven” नाम के नकली पहचान के साथ ड्रग्स सप्लाई करता था. अमेरिका स्थित सप्लायर्स “Wyatt” और “Taffi” से कोकीन और हाइड्रोपोनिक गांजा मंगाता था. इसके भुगतान क्रिप्टोकरेंसी USDT और TRONLINK वॉलेट के जरिए किए जाते थे. जांच में यह भी सामने आया है कि धीरज चिचकार भारत में कार्टेल की पूरी फाइनेंशियल चेन संभालता था. वह नशे की खेप की डिलीवरी, बिक्री से होने वाली कमाई और हवाला के जरिए फंड्स ट्रांसफर का काम देखता था.
अमेरिका से नशीले पदार्थ मंगाकर भारत में करता था सप्लाई
इस साल 21 जनवरी को मुंबई से ऑस्ट्रेलिया भेजे जा रहे एक DHL पार्सल में प्रोजेक्टर के अंदर 200 ग्राम कोकीन मिलने से पूरे नेटवर्क का खुलासा हुआ. इसके बाद 31 जनवरी को नवी मुंबई में छापेमारी के दौरान 11.54 किलो कोकीन, 4.9 किलो हाइड्रोपोनिक वीड, 5.5 किलो गांजा गमीज़ और 1.60 लाख रुपये नकद बरामद किए गए. अधिकारियों के मुताबिक, चिचकार का यह ड्रग सिंडिकेट अत्याधुनिक सप्लाई चेन तैयार कर चुका था, जो अमेरिका से नशीले पदार्थ मंगाकर भारत समेत अन्य देशों में सप्लाई करता था.
ये भी पढ़ें
बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान ने अपने 60वें जन्मदिन पर फैंस को बड़ा गिफ्ट दिया है. उनकी…
'भाबीजी घर पर हैं 2.0' से शिल्पा शिंदे ने 10 साल बाद छोटे पर्दे पर…
Show Quick Read Key points generated by AI, verified by newsroom कांग्रेस के वरिष्ठ नेता…
बॉलीवुड इंडस्ट्री में कई ऐसे सितारे हैं, जिन्होंने आधी उम्र पार करने के बाद भी…
रेबीज एक बहुत गंभीर और जानलेवा बीमारी है. किसी रेबीज संक्रमित जानवर के काटने पर…
Chandra Grahan 2026: नए साल में पहला चंद्र ग्रहण 3 मार्च 2026 को होली के…