क्रिश्चियन पर हुए कथित हमलों को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने चेतावनी दी है. तिरुवनंतपुरम के सांसद ने केरल के पलक्कड़ में कैरल गायन समूह पर हुए हमले का जिक्र करते हुए कहा कि हमें अपने ईसाई भाइयों के साथ एकजुटता दिखानी चाहिए.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थरूर ने कहा कि मेरे विचार से यह एकजुटता बेहद जरूरी है और हम एक ऐसे दौर से गुजर रहे हैं, जिसमें दुख की बात है कि देश के विभिन्न हिस्सों में ईसाइयों पर हमले हो रहे हैं. पलक्कड़ में कैरल गायन समूह पर हुआ हमला वाकई चौंकाने वाला है.
उन्होंने कहा कि जब हमारी परंपराओं पर हमला होता है तो केवल ईसाई ही नहीं, बल्कि हम सभी भारतीय प्रभावित होते हैं. हर भारतीय पर हमला होता है. पूजा की स्वतंत्रता और आस्था की स्वतंत्रता की हमारी संवैधानिक गारंटी पर हमला हो रहा है और हम सभी को अपने ईसाई भाइयों के साथ एकजुटता से खड़ा होना चाहिए.
फ्लाइट डिले होने पर क्या बोले थरूर
कांग्रेस नेता ने कहा कि वो हर क्रिसमस की पूर्व संध्या पर एक चर्च से दूसरे चर्च में जाते थे, हालांकि इस बार दिल्ली से उनकी उड़ान में देरी होने के कारण वह केवल चार चर्चों का दौरा ही कर सके. उन्होंने कहा कि इस साल दिल्ली से मेरी फ्लाइट लेट हो गई, इसलिए मैं सिर्फ 4 चर्च ही जा सका, लेकिन वहां जाना हमेशा बहुत खास होता है. कभी-कभी उपदेश का सिर्फ एक हिस्सा सुनना और फिर सेंट जोसेफ कैथेड्रल में आधी रात की प्रार्थना में शामिल होना.
‘चर्च-चर्च घूमने का मेरा अनुभव बेहद ही सुखद’
शशि थरूर ने कहा कि चर्च-चर्च घूमने का मेरा अनुभव बेहद ही सुखद रहा. विशेष रूप से सेंट मैरी चर्च में, जहां सिरो-मलंकरा चर्च के प्रमुख आर्कबिशप कार्डिनल क्लीमिस ने मुझे मंच पर बुलाया और चॉकलेट केक का एक टुकड़ा खिलाया. कांग्रेस नेता ने इस बात पर जोर दिया कि सभी समुदायों की सांस्कृतिक परंपराओं का सम्मान करना केरल की राजनीति का मूलमंत्र है.
उन्होंने कहा कि मैं पिछले 17 सालों से सांसद हूं और अपने निर्वाचन क्षेत्र के सदस्यों के साथ एकजुटता दिखाना बुनियादी बात है, लेकिन सभी समुदायों की सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं के प्रति सम्मान दिखाना केरल की राजनीति का केंद्र बिंदु है.
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