BJP Leaders Meeting in Delhi: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने के एक महीने बाद यूपी बीजेपी में चल रही सियासी खींचतान बढ़ती जा रही है. यूपी की उठापटक को लेकर दिल्ली में बैठकों का दौर जारी है. यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने बुधवार (17 जुलाई 2024) को पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की.
वहीं, लगातार चल रही बैठकों के बाद यूपी के सियासी गलियारे में बीजेपी को लेकर चर्चाएं भी तेज हो गईं हैं. बुधवार देर साम तक अमित शाह ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. बैठकों के इस दौर के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से भी मुलाकात की. यह मीटिंग करीब डेढ़ घंटे तक चली.
केशव प्रसाद मौर्य के पोस्ट से बढ़ी हलचल
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के एक्स पोस्ट ने काफी हलचल बढ़ाई. केशव प्रसाद मौर्य ने लिखा कि संगठन सरकार से बड़ा है, जो कार्यकर्ताओं का दर्द है वही मेरा दर्द है. इस पोस्ट के समर्थन में बीजेपी सांसद रवि किशन भी उतर आए. उन्होंने कहा कि केपी मौर्य़ ने सही कहा है. संगठन से ही पार्टी बनती है. वहीं, केशव प्रसाद मौर्य के पोस्ट के बाद चंदौली से बीजेपी विधायक सुशील सिंह ने भी संगठन को सरकार से बड़ा कहा.
30 मंत्रियों संग बैठक, लेकिन दोनों डिप्टी सीएम नदारद
इस खींचतान को बुधवार को एक और घटना ने उजागर कर दिया. दरअसल, बुधवार सुबह लखनऊ में सीएम योगी ने 30 मंत्रियों के साथ मीटिंग की. बैठक में सुरेश खन्ना, सूर्य प्रताप शाही, स्वतंत्रदेव सिंह जैसे बड़े चेहरे दिखे. इस मीटिंग को लेकर लखनऊ से दिल्ली तक हलचल मच गई. मीटिंग जब खत्म हुई और मंत्री बाहर निकले तो ज्यादातर मंत्रियों ने कैमरे से दूरी बनाई. इस बैठक में जिस चीज ने सबसे ज्यादा सवाल पैदा किए, वो दोनों डिप्टी सीएम (केशव प्रसाद मौर्य़ और ब्रजेश पाठक) का मौजूद न होना था. कई लोगों ने इस बात पर भी सवाल उठाए कि जब सरकार में 53 मंत्री हैं तो सीएम योगी ने चुनाव की तैयारियों के लिए सिर्फ 30 मंत्रियों के साथ ही मंत्रणा क्यों की.
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