-2.6 C
New York
Saturday, December 27, 2025

Buy now

spot_img

बांग्लादेश: राजबाड़ी में जबरन वसूली के आरोप में शख्स की पीटकर हत्या, सरकार ने सांप्रदायिक एंगल किया खारिज


बांग्लादेश के राजबाड़ी जिले के पांगशा थाना इलाके में बुधवार रात भीड़ ने अमृत मंडल उर्फ सम्राट नाम के एक शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी. मृतक पर जबरन वसूली करने का आरोप लगा. यह घटना उस वक्त हुई, जब सम्राट इलाके में जबरन वसूली करने पहुंचा था और स्थानीय लोगों की उग्र भीड़ से उसकी भिड़ंत हो गई. 

पुलिस जांच के मुताबिक, सम्राट साल 2023 से हत्या और रंगदारी के कई गंभीर मामलों में वॉन्टेड था और उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी थे. 

प्रशासन ने मौके से उसके सहयोगी सलीम को पकड़कर हथियार बरामद किए हैं और सांप्रदायिक हमले की खबरों को पूरी तरह खारिज किया है.

आपराधिक बैकग्राउंड और घटना की सच्चाई…

शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह कोई सांप्रदायिक मामला नहीं था. मृतक अमृत मंडल एक टॉप लेवल का अपराधी था. वह इलाके में रंगदारी मांगने गया था, जहां उग्र भीड़ ने उसे घेर लिया. पुलिस ने सम्राट और उसके साथी सलीम के पास से एक विदेशी पिस्तौल और एक पाइप गन बरामद की है. पुलिस ने इस मामले में तीन अलग-अलग केस दर्ज किए हैं. सरकार ने साफ किया है कि सम्राट के खिलाफ पहले से ही कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे.

यह भी पढ़ें: यूनुस सरकार बांग्लादेश में गैर-मुसलमानों के खिलाफ ‘अत्याचार’ कर रही: पूर्व PM शेख हसीना

दुष्प्रचार और सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश

घटना पर सरकार ने गहरी चिंता जताई है कि कुछ लोग मृतक की धार्मिक पहचान को उजागर करके इसे सांप्रदायिक हमले के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे हैं. ऑफिशियल स्टेटमेंट में इस नैरेटिव को पूरी तरह से निराधार और दुर्भावनापूर्ण बताया गया है. सरकार का मानना है कि इस तरह का प्रचार सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने और कानून-व्यवस्था को खराब करने के लिए किया जा रहा है. प्रशासन ने सभी से अपील की है कि वे भड़काऊ या भ्रामक टिप्पणी करने से बचें.

यह भी पढ़ें: तारिक रहमान की बांग्लादेश वापसी भारत के लिए शुभ है या नहीं? देखें ब्लैक एंड व्हाइट

न्याय और शांति की प्रतिबद्धता

बांग्लादेश सरकार ने इस हत्या की कड़ी निंदा की है और साफ किया है कि वह किसी भी तरह की एक्स्ट्रा-जुडिशियल एक्टिविटी या मॉब लिंचिंग का समर्थन नहीं करती. इस घटना में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल सभी लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. कानून प्रवर्तन एजेंसियां मौजूदा वक्त में गहन जांच कर रही हैं. सरकार ने दोहराया कि बांग्लादेश सांप्रदायिक सद्भाव की सरजमीं है और शांति को अस्थिर करने की किसी भी कोशिश से सख्ती से निपटा जाएगा.

यह भी पढ़ें: तारिक के आने से यूनुस होंगे OUT? समझें- खालिदा के बेटे की बांग्लादेश वापसी के भारत के लिए क्या मायने

—- समाप्त —-



Source link

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -spot_img

Latest Articles