नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि सीसीएस (कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी) ने प्रीडेटर ड्रोन की खरीदी को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत अमेरिका से 31 ड्रोन खरीदे जाएंगे. इनमें से 15 प्रीडेटर ड्रोन भारतीय नौसेना के लिए होंगे. इन ड्रोन की मदद से भारत आसमान से लेकर समुद्र तक हर मोर्चे की निगरानी करने में सक्षम होगा.
हाल में केंद्र सरकार ने दो सबमरीन प्रोजेक्ट को भी मंजूरी दी है. नेवी चीफ एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने आजतक को बताया कि नौसेना पनडुब्बी के क्षेत्र में लगातार अपनी क्षमता बढ़ा रही है. हम मानवरहित पनडुब्बी पर भी काम कर रहे हैं. एडमिरल त्रिपाठी ने आगे कहा कि दुनियाभर में युद्ध के हालात हैं, इस बीच भारतीय नौसेना लगातार अपनी मारक क्षमता बढ़ा रही है.
नौसेना ने पहला मल्टीपर्पज वेसल (Multipurpose Vessel) लॉन्च किया है. इस एक शिप से नौसेना कई तरह के काम ले सकेगी. इससे नौसेना के बड़े युद्धपोतों की निगरानी की जा सकेगी.
दुनिया में चल रहे युद्धों पर भारत की नजर
एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि इस समय आत्मनिर्भरता के मोर्चे पर भारतीय नौसेना के पास करीब 2 लाख करोड़ के ऑर्डर हैं. इसमें सभी शिपयार्ड शामिल हैं. नौसेना मेक इन इंडिया की दिशा में बहुत काम कर रही है. इस खास बातचीत में एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि हमने मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए दो कमेटियां बनाई हैं.
वहीं रूस यूक्रेन और इजरायल युद्ध पर एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि नौसेना लगातार इस पर नजर रख रही है. इन युद्धों में तकनीक का खूब इस्तेमाल किया जा रहा है. एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने आजतक को बताया कि दुनियाभर में युद्ध के हालात के बीच भारतीय नौसेना लगातार अपनी क्षमताएं बढ़ा रही है.