हमारे खाने में नमक सबसे जरूरी चीजों में से एक है. यह सिर्फ हमारे खाने का स्वाद नहीं बढ़ाता, बल्कि हमारी सेहत के लिए भी बहुत अहम है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर तरह का नमक एक जैसा नहीं होता? बाजार में कई प्रकार के नमक उपलब्ध हैं, और हर एक के अपने फायदे और नुकसान हैं. सही नमक का चुनाव करना हमारी सेहत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. न्यूट्रिशनिस्ट अंजलि मुखर्जी ने इस बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई हैं, जिन्हें जानना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है.
सेल्टिक नमक (Celtic Salt)
सेल्टिक नमक में साधारण नमक की तुलना में कम सोडियम होता है, लेकिन यह पिंक नमक और कोषेर नमक से ज्यादा सोडियम वाला होता है. यह नमक उन लोगों के लिए अच्छा हो सकता है जो कम सोडियम वाला विकल्प चाहते हैं लेकिन स्वाद से समझौता नहीं करना चाहते.
काला नमक (Black Salt)
काला नमक साधारण नमक की तुलना में सोडियम में कम होता है. यह पेट की समस्याओं जैसे सूजन, बदहजमी, पेट दर्द, और उल्टी में मदद करता है. इसके अलावा, इसमें पोटैशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, और जिंक जैसे महत्वपूर्ण खनिज होते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद हैं.
कोषेर नमक (Kosher Salt)
कोषेर नमक के दाने बड़े और मोटे होते हैं. यह नमक कम परिष्कृत (साफ किया हुआ) होता है और इसका स्वाद साधारण नमक जितना तीखा नहीं होता. हालांकि, इसमें आयोडीन की कमी होती है, जो थायरॉयड के लिए जरूरी है, और इसमें साधारण नमक की तुलना में कम सोडियम होता है.
लो सोडियम नमक (Low Sodium Salt)
इस नमक में सोडियम कम और पोटैशियम ज्यादा होता है. यह हाई ब्लड प्रेशर और नमक-संवेदनशील लोगों के लिए सही विकल्प हो सकता है. इस नमक का सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए.
पिंक नमक (Pink Salt)
पिंक नमक खनिजों से भरपूर होता है, जो मांसपेशियों की ऐंठन को कम करने में मदद कर सकता है. इसका रोजाना सेवन शरीर में ब्लड सर्कुलेशन और पीएच स्तर को संतुलित रखता है. यह नमक आजकल बहुत लोकप्रिय हो रहा है, खासकर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के बीच.
साधारण सफेद नमक (Regular Salt)
यह वही सफेद नमक है, जिसे हम रोज खाना बनाते समय इस्तेमाल करते हैं. इसमें आयोडीन होता है, जो थायरॉयड के लिए जरूरी है. हालांकि, विशेषज्ञों के अनुसार, इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए. वयस्कों को दिन में 5 ग्राम से ज्यादा नमक नहीं लेना चाहिए.
समुद्री नमक (Sea Salt)
समुद्री नमक खनिज तत्वों से भरपूर होता है, लेकिन इसके दाने बड़े होते हैं और यह आसानी से घुलता नहीं है।.यह नमक बहुत ज्यादा रिफाइंड नहीं होता, इसलिए इसे अधिक नेचुरल माना जाता है.
न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह
इंस्टाग्राम पर अपनी एक पोस्ट में अंजलि मुखर्जी कहती हैं, “आजकल बाजार में कई प्रकार के नमक उपलब्ध हैं. मेरा व्यक्तिगत पसंदीदा पिंक नमक है, जिसे मैं अपनी रोजमर्रा की कुकिंग में इस्तेमाल करती हूं. लेकिन आप अपनी और अपने परिवार की सेहत के हिसाब से नमक का चुनाव करें. अगर किसी को ह्रदय रोग या हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो आप लो सोडियम नमक का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. “
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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