लखनऊ, 19 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडेय की मौत मामले में लखनऊ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को कांग्रेस ने विधानसभा का घेराव किया था। प्रदर्शन के दौरान ही कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत हो गई थी। मृतक कार्यकर्ता की पहचान प्रभात पांडेय के रूप में हुई थी। इसी मामले में मृतक के चाचा मनीष कुमार पांडेय ने हुसैनगंज थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
डीसीपी रवीना त्यागी का कहना है, “18 दिसंबर 2024 को प्रभात कुमार पांडे के चाचा मनीष कुमार पांडे की शिकायत के आधार पर हुसैन गंज पुलिस स्टेशन में हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है। लखनऊ में उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी कार्यालय में हुई घटना के संबंध में आरोप लगाया गया कि मृतक दो घंटे से पार्टी कार्यालय में बेहोश था, उसे इनोवा कार में सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया।”
उन्होंने आगे कहा, “एफआईआर दर्ज होने के बाद जांच शुरू कर दी गई है। फील्ड यूनिट घटनास्थल पर पहुंच गई है और सावधानीपूर्वक साक्ष्य एकत्र कर रही है। स्थान से सीसीटीवी फुटेज प्राप्त किए जाएंगे और विरोध के आयोजन के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों का विश्लेषण किया जाएगा। साथ ही जिन लोगों ने इसमें भाग लिया, उनसे पूछताछ की जाएगी और उनके बयानों का दस्तावेजीकरण किया जाएगा।
इससे पहले पुलिस को दी तहरीर में मनीष कुमार पांडेय ने बताया था कि मेरा भतीजा प्रभात कुमार पांडेय (31) गोमतीनगर में एक पीजी में रहकर एग्जाम की तैयारी कर रहा था।
इसी बीच, 18 दिसंबर की शाम को उन्हें कांग्रेस कार्यालय से फोन आया कि उनका भतीजा बेहोशी की हालत में पड़ा हुआ है।
मृतक के चाचा मनीष कुमार पांडेय ने बताया कि कांग्रेस कार्यालय में जब मेरे परिचित ने दबाव बनाया, तो उन्होंने कार से प्रभात को अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद प्रभात को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि मेरे भतीजे को कोई भी बीमारी नहीं थी। उसके साथ जरूर कोई अनहोनी हुई है।
मनीष ने इसे हत्या बताया है।
–आईएएनएस
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