SIT Probe: पश्चिम बंगाल सरकार ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. ये वही कॉलेज है जहां 31 साल की जूनियर डॉक्टर के साथ बलात्कार हुआ और फिर उसकी हत्या कर दी गई. एसआईटी का नेतृत्व आईजीपी रैंक के अधिकारी प्रणव कुमार करेंगे.
एसआईटी के अन्य सदस्यों में वकार रजा, डीआईजी मुर्शिदाबाद रेंज, सोमा दास मित्रा आईजी सीआईडी और डीसी सेंट्रल इंदिरा मुखर्जी शामिल हैं. एसआईटी जनवरी 2021 से लेकर आज तक सभी तरह के कथित वित्तीय घोटालों की जांच करेगी. आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल बलात्कार और हत्या की घटना के तुरंत बाद, छात्रों और डॉक्टरों ने आरजी कर में भारी वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया गया है.
एसआईटी गठन को लेकर जारी किया गया बयान
पश्चिम बंगाल सरकार के विशेष सचिव ने एक बयान में कहा, “मुझे जनवरी 2021 से अब तक की अवधि के दौरान आर जी कर अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों की जांच और जांच करने के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का निर्देश दिया गया है.”
एक्स प्रिंसिपल संदीप घोष पर लगा आरोप
आरजी कर रेप और मर्डर की घटना के बाद, छात्रों और डॉक्टरों ने आरजी कर में भारी वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया. पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष उन सभी घोटालों का ‘सरगना’ बताया गया. बयान में आगे कहा गया है, “एसआईटी को जांच को तेजी से पूरा करने के लिए सरकारी विभागों और निजी एजेंसियों से किसी भी प्रासंगिक दस्तावेज तक पहुंचने की स्वतंत्रता होगी.”
कब रिपोर्ट पेश करेगी एसआईटी?
बयान में आगे कहा गया है, “एसआईटी आवश्यकता पड़ने पर पुलिस निदेशालय/कोलकाता पुलिस से अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों की सेवाएं लेगी. एसआईटी अपने गठन की तारीख से एक महीने के भीतर राज्य सरकार को अपनी पहली रिपोर्ट सौंपेगी.”
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